साझा
जब दो या दो से अधिक व्यक्ति मिलकर कोई व्यापार करते हैं और आपस में पूंजी मिला कर व्यापार प्रारम्भ करते है तो उसे साझा कहते हैं। तथा व्यक्तियों को साझेदार कहते हैं । उस पूंजी पर मिलने वाले लाभ का वही हिस्सा उनको प्राप्त होता है जिस अनुपात में वह पूंजी लगाते है।
पुंजी-
साझीदारों द्वारा व्यापार में लगाया गया धन।
साझेदारी में धन का बंटवारा धन व धन के लगे रहने के समय के गुणनफल के अनुपात में किया जाता है।
जैसे -
राम ने 10 रू 10 महीने के लिए लगाये तथा मोहन ने 80रू 3 महीने के लिए लगाये तो वर्ष के अन्त में लाभ 100 रू हुआ तो राम व मोहन का लाभ में हिस्सा -
राम की पुंजी = राम द्वारा लगया गया धन × समय -
10 × 10 = 100
मोहन की पुंजी = मोहन द्वारा लगाया गया धन × समय - 80 × 3= 240
लगाये गये धनो का अनुपात = 100:240 = 10:24
अनुपातों का योग = 34
लाभ = 100 रू
राम का लाभ में हिस्सा =
यदि लाभ 1 रू हो = 10/34 भाग
राम का हिस्सा जब लाभ 100 रू = 100×10/34 = 29.41
मोहन का हिस्सा जब लाभ 100 रू = 100×24/34 = 70.59
हिस्सा = लाभ राशि × अनुपात / कुल अनुपातिक योग
उदाहरण-
क,ख,ग,घ ने मिलकर एक व्यापार आरम्भ किया और इन्होंने क्रमशः 20,000रू, 30,000रू, 50,000रू तथा 70,000 रू लगाये वर्ष के अन्त में लाभ यदि 80,000 रू हुआ हो तो प्रत्येक का लाभ में हिस्सा ज्ञात करो -
चूँकि सभी ने समान समय के लिए पैसे लगाए है तो समय की गणना करना आवश्यक नही है।
क,ख,ग,घ की पुंजीयों का अनुपात = 20,000:30,000:50,000:70,000
= 20:30:50:70
अनुपातों का योग = 20+30+50+70 = 170
क का हिस्सा = (20/170)×80,000 =9411.76
ख का हिस्सा =(30/170)×80,000 =14117.65
ग हिस्सा =(50/170)×80,000 =23529.41
घ का हिस्सा =(70/170)×80,000 =32941.18
उदाहरण
क 50000रू लगाता हैं और 6 महिने बाद 20,000 रू निकाल लेता है। ख ने प्रारम्भ में 20,000 रू लगाये 5 माह बाद 30,000 रू ओर लगाये, ग ने 60,000 रू एक वर्ष के लिए लगाये यदि वर्ष के अन्त में लाभ 80,000 रू का हुआ तो ग का लाभ में हिस्सा होगा -
साझे की शर्त होती है उसे लाभ उसी अनुपात में मिलता है जिसमे उसने धन लगया हो।
हम देखते है कि क 50000 लगाता है और 6 महीने बाद 20000 निकाल लेता है ।
कुल व्यापार 12 महीने का है तो उसे 6 महीने के लिए 50000 निवेश का तथा 6 महीने के लिए 30000 निवेश के लिए ही लाभ का हिस्सा मिलेगा ।
क की पुंजी = 50,000×6+30,000×6 =4,80,000
ख की पुंजी = 20,000×5+50,000×7 =4,50,000
ग की पुंजी = 60,000×12 =7,20,000
क, ख, तथा ग की पुंजीयों का अनुपात =4,80,000:4,50,000:7,20,000 = 48:45:72
राशियों का योग = 165
ग का लाभ में हिस्सा = 72/165*80,000 = 34,909.09 रू
उदाहरण
क,ख, तथा ग ने एक व्यापार में 1/4: 1/3: 1/2 के अनुपात में पुंजियां लगाई यदि 6 महिने बाद क ने अपनी पुंजी का आधा हिस्सा निकाल लिया तो वर्ष के अन्त में लाभ 45,000 रू को तीनों में किस प्रकार बांटा जायेगा -
पुंजीयों का अनुपात = 1/4: 1/3: 1/2 = 3:4:6
अतः माना तीनों ने पुंजीयां लगाई क्रमशः 3a, 4aव 6a
अतः क कि कुल पुंजी = 3a ×6 + 1.5a × 6 = 18a+3a = 21a
ख की पुंजी =4a×12 = 48a
ग की पुंजी = 6a×12 = 72a
क, ख, तथा ग की पुंजीयों का अनुपात 21a:48a:72a =21:48:72
अनुपातों का योग 141
क का हिस्सा =21×45000/141 =6702.13
ख का हिस्सा =48×45000/141 =15319.15
ग का हिस्सा =72×45000/141 =22978.72
उदाहरण
क, ख व ग ने मिलकर एक व्यापार आरम्भ किया, क ने कुल धन का 1/4 भाग लगाया, ग ने क व ख दोनों की कुल पुंजी के बराबर पुंजी लगाई तथा वर्ष के अन्त में कुल लाभ 2,10,000 रू हुआ तो तिनों का हिस्सा ज्ञात करो -
इस प्रश्न में समय नही दिया है इसका मतलब सभी ने समान समय के लिए पूंजी लगायी है
क ने पूरी पूंजी का 1/4 भाग लगया है तो लाभ में उसका 1/4 हिस्सा होगा।
जो बचेगा उसका 1/2 भाग ग ने लगाया है तो लाभ में 1/4 निकलने के बाद जो बचेगा उसका 1/2 भाग ग लेगा ।
लाभ की बची हुयी राशि ख और घ में बराबर बराबर बाँट दी जाएगी ।
दुसरे शब्दों में
लाभ 2,10,000
अनुपातों का योग 1+1+2=4
क का हिस्सा =1/4×210000 = 52500
ख का हिस्सा =1/4×210000 =52500
ग का हिस्सा =2/4×210000 = =105000
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