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Saturday, December 14, 2019

प्रतिशत ज्ञात करना

किसी संख्या का प्रतिशत ज्ञात करने की सबसे आसान विधि होती है , उसे भिन्न के रूप में ज्ञात करना,

हम जानते हैं कि प्रतिशत का अर्थ होता है प्रत्येक सौ पर ।

यदि बोला जाए कि 200 का 5 % ज्ञात कीजिये ?
इसका अर्थ हुआ कि इसके प्रत्येक 100 पर 5 है,
तो 200 में 100 , 100 दो पर है , अतः 5 ,5 दो बार होगा और इसका उत्तर 10 होगा।

इसे हम सामान्य सूत्र से - कुलधन राशि × 5 / 100 कर के ज्ञात करते हैं।

इस प्रकार 200 × 5 / 100  = 10


इसे भिन्न के रूप में ऐसे हल करेंगे


सामान्य सूत्र - X × 5 / 100

भिन्न के रूप में इसे 1/20 लिख सकते है ।

किसी राशि का 5% ज्ञात करने के लिए उसका 1/20 ज्ञात करते हैं।

दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि किसी राशि का 5 % ज्ञात करने के लिए उस राशि को आधा कर के उसका एक शून्य हटा देते हैं , राशि मे शून्य न होने पर दशमलव लगा देते हैं ।

उदाहरण - 

4000 का 5% क्या होगा ?

अब 4000 का आधा कर लेंगे और उसका 1 शून्य हटा देंगे ।

4000 का आधा = 2000

और 2000 का 1 शून्य हटाने पर = 200

अतः 4000 का 5% = 200



उदाहरण 2 -


70 का 5% कितना होगा ?

हम 70 का आधा कर लेते हैं  = 35

अब 1 शून्य हटाना है , किन्तु इसमें शून्य नही है

अतः हम पीछे से  1 अंक के बाद दसमल लगा देंगे ।

35 में एक अंक के बाद दशमलव लगाने पर = 3.5

अतः 70  का 5% = 3.5


इसी प्रकार हम सभी % भिन्न के रूप में ज्ञात कर सकते हैं।


Friday, March 9, 2018

क्या Age of Ultron की शुरुवात शुरुआत हो गयी है !


हम सबने Avengers: Age of Ultron मूवी जरूर देखी होगी , कैसे मानव द्वारा बनाया गया एक रोबोट पूरी दुनिया को तबाह करने मे लग जाता है ।

रोबोट ने अभी धरती पर कब्जा नहीं किया है, लेकिन इसने कुछ लोगों को परेशान जरूर कर दिया है। अमेजन ने बुधवार को कहा कि वह अपने रोबोटे एलेक्सा के उस बग को ठीक करने का प्रयास कर रही है, जिसके चलते इको होम स्पीकर में लगा यह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सहायक बेवजह हंसता है और अजीब प्रतिक्रिया करता है। एक यूजर ट्वीट किया, वह अपने बिस्तर पर सो रहा था, तभी एलेक्सा ने जोर से हंसते हुए कहा, यह अच्छा मौका है। आज रात क्यों न तुम्हारी हत्या कर दी जाए

मालूम हो कि एआई को लेकर हाल में कई चेतावनी दी गई है। वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग, उद्योगपति एलन मस्क ने कहा था कि एआई मानव सभ्यता के लिए खतरा है। हालांकि दूसरे विशेषज्ञों का कहना है कि रोबोट के खतरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। पर हाल के दिनों में रोबोट कई ऐसी बड़ी गलतियां कर चुके हैं, जिससे लोगों में इसे लेकर डर बढ़ रहा है। आइए जानते हैं कि रोबोट ने हाल में कौन-कौन सी बड़ी गलतियां की हैं। 

फेसबुक रोबोट ने विकसित की अपनी भाषा
पिछले साल फेसबुक ने एक चैटबॉक्स बनाया था ताकि  व्यापार में होने वाले मोल भाव को सीखा जा सके। इसमें दो प्रोग्राम थे, एलिस और बॉब। पर चीजें शोधकर्ताओं के हाथ से निकल गईं, जब दोनों ने अपनी भाषा विकसित कर उसमें बात करना शुरू कर दिया।

माइक्रोसॉफ्ट का नाजी चैटबॉक्स
माइक्रोसॉफ्ट ने दो साल पहले ट्विटर के लिए चैटबॉक्स टे बनाया था। पर बाद में टे अजीब जवाब देने लगा। जैसे, बुश ने 9/11 हमला कराया था और मेरे साथ कहिए कि हिटलर ने कुछ गलत नहीं किया। बाद में इसे बंद करना पड़ा।

घंटों लड़ने वाले रोबोट
पिछले साल जनवरी में गूगल के दो होम स्पीकर व्लादिमीर और स्ट्रैगान एक दूसरे के सामने रखे गए थे। बताया गया कि दोनों दंपतियों की तरह एक दूसरे से घंटों बहस करते थे। इसका वीडियो वायरल हो गया था।

सोफिया ने कहा था, इंसानों को खत्म कर दूंगी

हाल के दिनों में मशहूर हुई रोबोट सोफिया जिसे दुबई की नागरिकता भी मिली है से दो साल पहले टेक्सास के शो में एंकर ने मजाक में पूछा, क्या आप इंसानों को खत्म करना चाहती हैं? कृपया ना कहिए? सोफिया ने जवाब दिया, ओके, मैं इंसानों को खत्म कर दूंगी। यह साफ नहीं हुआ कि यह एक मजाक था या एक तकनीकी खराबी।

इन सब घटनायों से यही लगता है कि मानव इस प्रगति की दौड़ मे कहीं अपनी मौत का सामना ही न विकशित कर ले और Age of Ultron की शुरुवात ना हो जाये ।


Thursday, August 31, 2017

असफलता के इतिहास पे खड़ी हुयी थी मोदी सरकार की नोट बन्दी

यह पहली बार नही था जब किसी देश या सरकार द्वारा नोट बंदी क ऐलन किया गया
सबसे पहले  1946 में 1000₹ और 10000₹ की नोटों को बंद किया गया था । जिसका उद्देश्य काले धन को बाहर लाना था।

पुन: 1978 में मोरार जी देसाई की नेतृत्व वाली राजद सरकार ने 1000₹, 5000₹, और 10000₹ की नोटों को बंद कर दिया था । इस समय वित्त सचिव मनमोहन सिंह थे।
दोनों ही बार नोट बंदी असफल रही । एक बार फिर नोट बंदी की अटकले बनी और केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष के नेतृत्व में कमेटी गठित हुई।
कमेटी ने सभी नोट बंदियों को असफल स्वीकार किया । मनमोहन सरकार ने नोट बंदी को एक सिरे से ख़ारिज कर दिया था।

यही नही 1964और 1985 में पडोसी देश म्यामार ने भी नोट बंदी का ऐलान किया और तीसरी बार 1987में तो पूराने नोटों के बदले पैसा भी नही दिया गया।

1970 में श्रीलंका ने बड़ी नोटों के साथ साथ 100₹ और 50₹ के नोट भी बंद कर दिए थे पर ये नोट बंदी भी असफल रही।

इतिहास की सारी नोट बंदियां असफल ही रही है
फिर मोदी सरकार की नोट बन्दी की औचित्यता पर सवाल उठने लाजमी है।

1946 में नोट बन्दी में 1000₹ और 10000₹ की नोट बंद की गयी थी ।
उस समय लोगो के लिए सबसे बड़ी नोट 100₹ हुआ करती थी आम लोगो को तो ये भी नही पता हुआ करता था कि इतने बड़े नोट भी चलते है ऐसे में नोटों को कोई भी नही बदल सकता था । फिर भी नोट बंदी सफल नही हुयी ।

आज जबकि 1000₹ और 500₹ की नोट सबकी पहुच में थी । तो फिर नोट बन्दी के सफल होने का कोई सवाल ही उत्प्प्न नही होता।

नोट बन्दी से काले धन के निकलने का सवाल ही नही उठता है नोट बन्दी से केवल जो पुराने नोट तिजोरियो में पड़े थे वही बैंको में और चलन में आ जाते है।

काला धन , अचल सम्पत्तियो के रूप में , सोने, जमीन, राजनितिक चंदे, विदेशो में निवेश आदि के रूप में ।

तो वही विदेशी बैंको में , हवाला, चंदे आदि के रूप में है तो नोट बन्दी का कोई औचित्य समझ से परे है।

सीहोर यात्रा

 लोग कहते हैं जब भगवान की कृपा होती है तो बाबा बुला ही लेते है। बस ऐसा ही मेरे साथ हुआ। मैं बड़ी माँ के यहाँ गया था ( बड़ी माँ और मैं एक ही शह...