यह सम्मान प्रतिवर्ष संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं की में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को दिया जाता है। यह कृति सम्मान वर्ष से पहले दस वर्ष की अवधि में प्रकाशित होने वाली कोई पुस्तक ही हो सकती है। इस सम्मान में शाल, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न और 15 लाख रुपये की सम्मान राशि दी जाती है।
10 अप्रैल, 2019 को प्रसिद्ध तेलुगू कवि डॉ.के. शिवा रेड्डी को वर्ष 2018 के 28वें सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया।
उन्हें यह सम्मान उनके काव्य संग्रह ‘पक्की ओत्तिगिलिते’ (Pakki Ottigilite) के लिए दिया जाएगा।
इस पुस्तक का प्रकाशन वर्ष 2016 में हुआ था।
इससे पूर्व 27वां सरस्वती सम्मान, 2017 प्रसिद्ध गुजराती कवि सीतांशु यशसचंद्र को उनके काव्य संग्रह ‘वखार’ के लिए प्रदान किया गया था।
ज्ञातव्य है कि वर्ष 1991 में के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा सरस्वती सम्मान की स्थापना की गई थी।
10 अप्रैल, 2019 को प्रसिद्ध तेलुगू कवि डॉ.के. शिवा रेड्डी को वर्ष 2018 के 28वें सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया।
उन्हें यह सम्मान उनके काव्य संग्रह ‘पक्की ओत्तिगिलिते’ (Pakki Ottigilite) के लिए दिया जाएगा।
इस पुस्तक का प्रकाशन वर्ष 2016 में हुआ था।
इससे पूर्व 27वां सरस्वती सम्मान, 2017 प्रसिद्ध गुजराती कवि सीतांशु यशसचंद्र को उनके काव्य संग्रह ‘वखार’ के लिए प्रदान किया गया था।
ज्ञातव्य है कि वर्ष 1991 में के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा सरस्वती सम्मान की स्थापना की गई थी।
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