Thursday, October 18, 2018

ट्यूब लाइट ( fluorescent tube light)

ट्यूब लाइट ( fluorescent light) - ट्यूबलाइट काँच की लंबी नलिका होती है । जिसकी भीतरी दीवार पर प्रदीप्त पदार्थों ( fluorescent material) जिंक और कैडमियम सिलिकेट जैसे चमकीले पदार्थों से लेपित होती है । ट्यूबलाइट के कलर के आधार पर यह प्रदीप्त पदार्थ भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। ट्यूबलाइट के अंदर गैस के रूप में पारे का वाष्प भरा होता है



संरचना (structure) -

चित्र अनुसार बलास्ट औऱ स्टार्टर लगे होते है ।
जब धारा प्रवाहित की जाती है तो धारा बलास्ट से होती हुई पहले फिलामेंट से बहती हुई स्टार्टर से होती हुई दूसरे फिलामेंट तक पहुचती है । जिससे दोनों फिलामेंट जलने लगते हैं और उनके जलने से ट्यूब में भरी पारे की वाष्प आयनित होकर धारा के लिए माध्यम का कार्य करने लगती है।

तब तक स्टार्टर जो कि थर्मल स्विच होता है गर्म होकर परिपथ को कट कर देता है। अब धारा ब्लास्ट से होती हुई एक फिलामेंट से दूसरे फिलामेंट तक आयनित पारे की वाष्प से बहने लगता है ।

जिससे तीव्र प्रदीप्त उतपन्न होती है जो कि काँच की नली के भीतरी दीवारों पर पड़ती है जो प्रदीप्त पदार्थो से लेपित होते हैं ।
जिससे ट्यूब तेजी से प्रकाशमान हो उठता है।

ब्लास्ट ( Ballast ) का कार्य - ब्लास्ट विद्युत चुम्बकीय तरंग उतपन्न करता है जिसके द्वारा धारा नियंत्रित होती है। यदि बलास्ट न लगाया जाए तो ट्यूब का तापमान तेजी से बढेगा और ट्यूब टूट जाएगी।




आयनित पारे की वाष्प इसी प्रकार प्रदीप्त होती है - वीडियो देखें 




1 comment:

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