1.दूरसंचार इंजीनियरिंग केंद्र-
यह भारत सरकार के दूरसंचार आयोग का केंद्रीय टेक्नोलॉजी संगठन है इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है इसका प्रमुख उद्देश दूरसंचार उपकरण सेवाओं व उत्पादों के लिए सामान्य आवश्यकताओं का मानकीकरण और विकास करना है ।उपकरणों सेवाओं एवं उत्पादों का आकलन और स्वीकृति प्रदान करना और नई प्रौद्योगिकी का अध्ययन व परीक्षण का प्रयोग करना भी इसका प्रमुख कार्य है।
2. टेलीमेटिक्स विकास केंद्र (C-DOT)
इसकी स्थापना 1984 में हुई थी यह एक स्वायत्त पंजीकरण निकाय है इसका उद्देश्य स्विचिंग प्रणाली की एक नई पीढ़ी की खोज करना तथा संचार प्रणाली का विकास करना है।
3. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड ( MTNL) -
इसकी स्थापना 1986 में हुई थी इसका कार्य क्षेत्र मुंबई तथा दिल्ली के महानगर सीमाओं के अंतर्गत दूरसंचार सेवाओं का प्रबंधन नियंत्रण एवं संचालन करना है।
4. विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL)
-इसकी स्थापना 1986 में हुई थी या पूर्ववर्ती विदेश संचार सेवा को पूर्णतया संचार मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रम में बदलकर बनाया गया है ,इसका मुख्यालय मुंबई में है निगम में भारत सरकार की इक्विटी भागीदारी 52.97% है।
अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार सेवा उपलब्ध कराने के लिए इससे एकाधिकार प्राप्त है अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क में संपर्क के लिए स्थापित गेटवे दिल्ली, कोलकाता ,चेन्नई, जालंधर ,गांधी नगर एवं एर्नाकुलम में है।
यह अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार सेवा उपलब्ध कराने के साथ-साथ प्रसारण व रिसेप्शन, तीव्र गति से डिजिटल लीट लाईन, उपग्रह आधारित ग्लोबल मोबाइल कम्युनिकेशन नेटवर्क आईएसडीएन गेटवे, पैकेट स्विचिंग ,ईमेल, डाटा इनंतर चेंज ,वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आदि सेवा उपलब्ध कराता है।
4. भारत संचार निगम लिमिटेड(BSNL)-
इसकी स्थापना 2000 में हुई थी इसका उद्देश्य दूरसंचार विस्तार अभियान में संपूर्ण समायोजन लाना तथा बेहतर ग्राहक सेवा के नए आयाम स्थापित करना है, यह निगम बुनियादी सेलुलर तथा इंटरनेट के साथ साथ संचार के किसी भी क्षेत्र में कार्य करने के लिए स्वतंत्र है । यह निगम स्वतंत्रता नवरत्न लोग उपकरणों के समान है देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा कंपनी है।
5. टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (TCIL)
इसकी स्थापना 1978 में हुई थी या संचार मंत्रालय के अधीन कार्य करता है इसका उद्देश्य परिकल्पना से लेकर समाप्ति तक दूरसंचार से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान करना तथा दूरसंचार से संबंधित सेवाएं प्रदान करना है ।
यह एक अग्रणी बहुपक्षीय दूरसंचार इंजीनियरिंग और परामर्श संगठन है, यह मुख्य रूप से स्विचिंग प्रणाली, ट्रांसमिशन प्रणाली, स्थानीय नेटवर्क ,डेडीकेट नेटवर्क ,उपग्रह दूरसंचार ,ग्रामीण संचार, सूचना प्रौद्योगिकी दूर संचार एवं परामर्श तथा प्रशिक्षण आदि सेवाएं देता है।
6. हिंदुस्तान टेलीप्रिंटर्स लिमिटेड (HTL)-
इसकी स्थापना 1960 में हुई थी इसका उद्देश्य दूरसंचार विभाग के टेलीग्राफ और टैलेक्स नेटवर्क ओं के लिए इलेक्ट्रोमैकेनिकल टेलीप्रिंटर बनाना था,वर्तमान में इसका प्रयोग की समाप्त हो चुका है मुख्य रूप से यह वर्तमान में डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक स्विचिंग उपकरण , ट्रांसमिशन उपकरण डाटा टर्मिनस एक्सेस उत्पाद डिस्ट्रीब्यूशन फ्रेम्स पावर प्लांट ,पीसीओ मॉनीटर, लाइन जैक का कार्य करता है
7. भारतीय टेलीफोन उद्योग लिमिटेड (ITIL)-
इसकी स्थापना 1948 में हुई थी और 1950 में इसे सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के रूप में परिवर्तित कर दिया गया । देश में इसकी कुल 7 विनिर्माण इकाइयां है 2 बेंगलुरु में और एक- एक नैनी , रायबरेली, श्रीनगर, पलक्कड़ और मनकापुर में है। देश में दूरसंचार उपकरण बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है।
8. वायरलेस नियोजन और समन्वय शाखा -
इसकी स्थापना वर्ष 1952 में हुई थी देश में रेडियो स्पेक्ट्रम के प्रयोग के लिए नियमन तथा समन्वय के लिए राष्ट्रीय रेडियो नियमन प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है।
दूरसंचार संबंधित सभी मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार यूनियन के साथ विभिन्न मुद्दों पर संपर्क करने के लिए केंद्रीय एजेंसी के रूप में कार्य करती है । यह एशिया पेसिफिक टेलीकम्युनिटी के साथ संपर्क बनाए रखती है।
यह भारत सरकार के दूरसंचार आयोग का केंद्रीय टेक्नोलॉजी संगठन है इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है इसका प्रमुख उद्देश दूरसंचार उपकरण सेवाओं व उत्पादों के लिए सामान्य आवश्यकताओं का मानकीकरण और विकास करना है ।उपकरणों सेवाओं एवं उत्पादों का आकलन और स्वीकृति प्रदान करना और नई प्रौद्योगिकी का अध्ययन व परीक्षण का प्रयोग करना भी इसका प्रमुख कार्य है।
2. टेलीमेटिक्स विकास केंद्र (C-DOT)
इसकी स्थापना 1984 में हुई थी यह एक स्वायत्त पंजीकरण निकाय है इसका उद्देश्य स्विचिंग प्रणाली की एक नई पीढ़ी की खोज करना तथा संचार प्रणाली का विकास करना है।
3. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड ( MTNL) -
इसकी स्थापना 1986 में हुई थी इसका कार्य क्षेत्र मुंबई तथा दिल्ली के महानगर सीमाओं के अंतर्गत दूरसंचार सेवाओं का प्रबंधन नियंत्रण एवं संचालन करना है।
4. विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL)
-इसकी स्थापना 1986 में हुई थी या पूर्ववर्ती विदेश संचार सेवा को पूर्णतया संचार मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रम में बदलकर बनाया गया है ,इसका मुख्यालय मुंबई में है निगम में भारत सरकार की इक्विटी भागीदारी 52.97% है।
अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार सेवा उपलब्ध कराने के लिए इससे एकाधिकार प्राप्त है अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क में संपर्क के लिए स्थापित गेटवे दिल्ली, कोलकाता ,चेन्नई, जालंधर ,गांधी नगर एवं एर्नाकुलम में है।
यह अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार सेवा उपलब्ध कराने के साथ-साथ प्रसारण व रिसेप्शन, तीव्र गति से डिजिटल लीट लाईन, उपग्रह आधारित ग्लोबल मोबाइल कम्युनिकेशन नेटवर्क आईएसडीएन गेटवे, पैकेट स्विचिंग ,ईमेल, डाटा इनंतर चेंज ,वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आदि सेवा उपलब्ध कराता है।
4. भारत संचार निगम लिमिटेड(BSNL)-
इसकी स्थापना 2000 में हुई थी इसका उद्देश्य दूरसंचार विस्तार अभियान में संपूर्ण समायोजन लाना तथा बेहतर ग्राहक सेवा के नए आयाम स्थापित करना है, यह निगम बुनियादी सेलुलर तथा इंटरनेट के साथ साथ संचार के किसी भी क्षेत्र में कार्य करने के लिए स्वतंत्र है । यह निगम स्वतंत्रता नवरत्न लोग उपकरणों के समान है देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा कंपनी है।
5. टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (TCIL)
इसकी स्थापना 1978 में हुई थी या संचार मंत्रालय के अधीन कार्य करता है इसका उद्देश्य परिकल्पना से लेकर समाप्ति तक दूरसंचार से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान करना तथा दूरसंचार से संबंधित सेवाएं प्रदान करना है ।
यह एक अग्रणी बहुपक्षीय दूरसंचार इंजीनियरिंग और परामर्श संगठन है, यह मुख्य रूप से स्विचिंग प्रणाली, ट्रांसमिशन प्रणाली, स्थानीय नेटवर्क ,डेडीकेट नेटवर्क ,उपग्रह दूरसंचार ,ग्रामीण संचार, सूचना प्रौद्योगिकी दूर संचार एवं परामर्श तथा प्रशिक्षण आदि सेवाएं देता है।
6. हिंदुस्तान टेलीप्रिंटर्स लिमिटेड (HTL)-
इसकी स्थापना 1960 में हुई थी इसका उद्देश्य दूरसंचार विभाग के टेलीग्राफ और टैलेक्स नेटवर्क ओं के लिए इलेक्ट्रोमैकेनिकल टेलीप्रिंटर बनाना था,वर्तमान में इसका प्रयोग की समाप्त हो चुका है मुख्य रूप से यह वर्तमान में डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक स्विचिंग उपकरण , ट्रांसमिशन उपकरण डाटा टर्मिनस एक्सेस उत्पाद डिस्ट्रीब्यूशन फ्रेम्स पावर प्लांट ,पीसीओ मॉनीटर, लाइन जैक का कार्य करता है
7. भारतीय टेलीफोन उद्योग लिमिटेड (ITIL)-
इसकी स्थापना 1948 में हुई थी और 1950 में इसे सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के रूप में परिवर्तित कर दिया गया । देश में इसकी कुल 7 विनिर्माण इकाइयां है 2 बेंगलुरु में और एक- एक नैनी , रायबरेली, श्रीनगर, पलक्कड़ और मनकापुर में है। देश में दूरसंचार उपकरण बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है।
8. वायरलेस नियोजन और समन्वय शाखा -
इसकी स्थापना वर्ष 1952 में हुई थी देश में रेडियो स्पेक्ट्रम के प्रयोग के लिए नियमन तथा समन्वय के लिए राष्ट्रीय रेडियो नियमन प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है।
दूरसंचार संबंधित सभी मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार यूनियन के साथ विभिन्न मुद्दों पर संपर्क करने के लिए केंद्रीय एजेंसी के रूप में कार्य करती है । यह एशिया पेसिफिक टेलीकम्युनिटी के साथ संपर्क बनाए रखती है।
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