जब किसी बल्ब के प्रतिरोधक तार ( resistance wire)से विद्युत धारा को गुजारा जाता है तब वह गर्म होकर चमकने लगता है इस प्रकार के बल्ब को इनकैंडिसेंट विद्युत (incandescent electric bulb) बल्ब कहा जाता है।
बल्ब की संरचना (structure of bulb ) -
बल्ब कांच का एक खोखला आवरण होता है । जिसमें एक ब्रास कैप लगी होती है ब्रास कैप का ऊपरी हिस्सा कुचालक पदार्थ ( non conducting) से ढका होता है जिससे होकर दो बिंदुओं से चालक तार ( conducting wire) अंदर आता है यह तार बल्ब के फिलामेंट से जुड़ा होता है।
ब्रास कैब के दोनों तरफ पिन लगी होती हैं जो बल्ब को होल्डर में ठीक प्रकार से रोक कर रखती है।
बल्ब के बीचो बीच कांच की नली ( glass stem ) होती है । जिसका प्रयोग बल्ब में अक्रिय गैस ( ऑर्गन, नियॉन, जिनान, क्रिप्टान) भरने के लिए किया जाता है। मुख्यतः प्रचलित बल्ब में ऑर्गन और नाइट्रोजन गैस का मिश्रण भरा जाता है।
जब विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो फिलामेंट गर्म हो कर जलने लगता है। फिलामेंट टंगस्टन का बना होता है जिसका गलनांक उच्च 2700℃ होता है । इस ताप पर पहुंच कर फिलामेंट भाप बन कर उड़ जाता है । और बल्ब की दीवारों पर काले रंग में जमा हो जाता है।
फिलामेंट ऑक्सीजन की उपस्थिति में 2100℃ ताप पर ऑक्सीकृत होने लगता है । अतः इसे कांच के खोखले में लगाया जाता है । तथा ऑर्गन गैस भर दी जाती है जिससे यह ऑक्सीकृत नही होता है।
बल्ब के खराब होने का कारण - बल्ब का फिलामेंट दो कारणों से खराब होता है । जब अत्याधिक वोल्टेज के कारण फिलामेंट का ताप इसके गलनांक से अधिक हो जाये ।
अथवा बल्ब के ब्रास कैप के लीक होने उसके अंदर ऑक्सीजन अथवा अन्य सक्रिय गैस पहुच जाए।
बल्ब कैसे जलता है ( how to lighting bulb ) -
फिलामेंट में टँगस्टन का प्रतिरोधक तार लगा होता हैं । जब विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो यह धारा का प्रतिरोध करता है , प्रतिरोध के कारण फिलामेंट गर्म होने लगता है, धारा का मान अधिक होने के कारण फिलामेंट गर्म होकर रक्त तप्त हो जाता है । इस प्रकार के बल्ब में 90% से 95% तक विद्युत ताप में बदल जाता है केवल 5 से 10 % प्रकाश के रूप में परिवर्तित होता है।
यदि इसमे निम्न धारा प्रवाहित की जाय तो रक्त तप्त नही होगा।
बल्ब का रक्त तप्त होना दो कारको पर निर्भर होता है। प्रतिरोध व वोल्टेज ।
प्रतिरोध(resistance) जितना कम व वोल्टेज जितना अधिक होगा बल्ब उतना अधिक चमकेगा।
240 वोल्ट पर 60 वॉट का बल्ब 100 वॉट के बल्ब से अधिक चमकदार होगा।
Bulb ke peache ka jo kala bhag hota hain vo kala bhag kis chej ka bna hota hain
ReplyDeleteकृष्णा कुशवाहा
ReplyDeletepiyushkumar
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