विंदु ( अनुस्वार )
हम अकसर देखते हैं कि हिंदी के शब्दों में अत्यधिक बिंदुओं का प्रयोग होने लगा है।
जैसे - हिन्दी को हिंदी भी लिखा जा रहा है।
सम्बन्ध को संबन्ध लिखा जा रहा है ।
हम इसे बिल्कुल ठीक ढंग से पढ़ते भी है।
हिंदी में बिंदु को आधा न पढ़ते हैं ।
संबन्ध में बिंदु को आधा म पढ़ते हैं।
गंगा में बिंदु को आधा ङ पढ़ते हैं ।
क्या आपको पता है हम ऐसा क्यों पढ़ते हैं ??
बिंदु ( अनुस्वार ) का अर्थ होता है कि बिंदु जिस वर्ण के पहले आया है उस वर्ण के सबसे अंतिम अर्थात पाँचवे वर्ण का आधा उच्चारण।
जैसे - (1) बिंदु या बिंदी क , ख , ग , घ के पहले आती है तो क वर्ग का पाँचवा वर्ण ङ का आधा उच्चारण होगा।
उदाहरण - गंगा - में ग के पहले बिंदी है अतः क वर्ग का पंचम अक्षर ङ का आधा उच्चारण होता है ।
(2) यदि बिंदी च वर्ग अर्थात च , छ ,ज, झ के पहले आता है तो ञ का आधा उच्चारण किया जाता है।
उदाहरण - चंचल में बिंदु च के पहले आता है अतः यहाँ बिंदु को आधा ञ पढ़ा जाता है।
(3) यदि बिंदी ट वर्ग अर्थात ट, ठ, ड ,ढ के पहले आता है तो पाँचवे अक्षर ण का आधा उच्चारण होता है ।
उदहारण - ठंडा में बिंदु ड के पहले आया है अतः ण का आधा उच्चारण होता है। ठण्डा
(4) यदि बिंदी त वर्ग अर्थात त ,थ ,द ,ध के पहले आता है तो न का आधा उच्चारण होता है ।
उदहारण - हिंदी में बिंदी द के पहले आया है अतः बिंदी को आधा न पढ़ा जाएगा।
(5) यदि बिंदी प वर्ग अर्थात प, फ, ब ,भ ,के पहले आता है तो वहां पाँचवे अक्षर म का आधा उच्चारण होता है ।
उदहारण - संबन्ध में बिंदी ब के पहले आया है अतः बिंदु को आधा म पढ़ते हैं ।
इसमे पांचवे अक्षर के आधे को बिंदु से लिखते हैं । अतः इस नियम को पञ्चमाक्षर का नियम कहते हैं।
बिंदु ( अनुस्वार ) को लिखने का नियम
जब किसी वर्ग का अंतिम अक्षर या पाँचवे अक्षर का आधा उच्चारण आता है और उसके बाद उसी वर्ग का कोई वर्ण आता है तो हम आधे वर्ण की जगह बिंदु लगा सकते हैं।
जैसे - गङ्गा में आधे ङ का उच्चारण है और उसके बाद उसी वर्ग का वर्ण ग है अतः हम इसे गंगा लिख सकते हैं।
किन्तु यदि पाँचवे अक्षर के आधे उच्चारण के बाद उसी वर्ग का वर्ण नही आता है तो हम बिंदु नही लगा सकते।
जैसे - अन्य में पाँचवा अक्षर आधा है किंतु बाद में त वर्ग का वर्ण नही आ रहा है अतः यहां बिंदु नह लिख सकते।
यदि पाँचवे अक्षर आधा आये और उसके बाद फिर वही पाँचवा अक्षर आये तो वहां भी बिंदु का प्रयोग नही किया जा सकता।
जैसे - सम्मिलित में म का आधा उच्चारण है किन्तु आधे म के बाद फिर म का उच्चारण है अतः यहां बिंदु नही लगाया जा सकता।
shakkar ka sh, usme aa ki matra, ooper bindi aur m me chhoti e ki matra aur k me aa ki matra ko ky padhenge...shanvika ya shamvika
ReplyDeleteShanvika
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