Tuesday, February 6, 2018

कम्प्यूटर का परिचय


कम्प्यूटर सामान्य परिचय

वर्तमान समय में कंप्यूटर हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। इसके बिना किसी भी कार्य को करना असम्भव-सा प्रतीत होता है। यह धीरे-धीरे आधुनिक समाज की आवस्यकता बनता जा रहा है। सभी व्यापारिक संस्थानों, सरकारी संस्थाओं व अन्य प्रतिष्ठानों में कंप्यूटर का प्रयोग अनेकानेक प्रकार से किया जा रहा है; जैसे~ वर्ड प्रॉसेसिंग, डाटा प्रॉसेसिंग इत्यादि। कंप्यूटर के प्रयोग से हम पत्राचार कर सकते हैं, गड़नाएँ कर सकते हैं, साथ ही साथ किसी प्रलेख (Record) को लंबे समय तक सुरछित भी रख सकते हैं। ‘कंप्यूटर’ शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द Computer से हुई है; जिसका अर्थ है~गड़ना करना अथवा गिनती करना।


कंप्यूटर क्या है? ( What is Computer?)

कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसे हम कैलकुलेटर, टाइपराइटर तथा टेलिविजन आदि का सम्मिलित रूप में सकते हैं। यह एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो किसी भी प्रकार के आंकड़ों को व्यवस्थित व नियंत्रित तो करता ही है, साथ ही उन आंकड़ों से सम्बंधित गड़ना भी कम से कम समय में तथा पूर्ण शुद्धता के साथ कर सजता है, उसी प्रकार कंप्यूटर को तुलनात्मक कार्यों के लिए भी प्रोग्राम किया जा सकता है।

कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के चित्र व आकृतियां भी बना सकता है। आप इसके माध्यम से संगीत सुन सकते हैं, चल चित्र देख सकते हैं एवं इनकी रचना व निर्माण भी कर सकते हैं। कंप्यूटर के द्वारा आप विभिन्न प्रकार के खेल; खेल सकते हैं; पहेली हल कर सकते हैं तथा शुभकामना कार्ड, बैनर आदि भी बना सकते हैं।

कंप्यूटर की अपनी कोई बौद्धिक छमता नहीं होती। यह केवल दिए गए निर्देशों (Commands) का पालन करके सम्बंधित समस्याओं को हल करता है। यदि निर्देश सही हैं तो इसके माध्यम से परिणाम भी सही प्राप्त होंगे। इस तथ्य को GIGO (Garbage In Garbage Out) भी कहते हैं।

        कम्प्यूटर का इतिहास 

आज आप कंप्यूटर पर इंटरनेट चलाते हैँ, गेम खेलते है, वीडियो देखते हैं, गाने सुनते हैँ और इसके अलावा ढेर सारे ऑफिस से संबंधित काम करते हैं आज कंप्यूटर का उपयोग दुनिया के हर क्षेत्र मेँ किया जा रहा है चाहे वो शिक्षा जगत हो, फिल्म जगत हो या आपका ऑफिस हो। कोई भी जगह कंप्यूटर के बिना अधूरी है आज आप कंप्यूटर की सहायता से इंटरनेट पर दुनिया के किसी भी शहर की कोई भी जानकारी सेकेण्‍डों मे प्राप्त कर सकते हैँ ये किसी दूसरे देश मेँ बैठे अपने मित्रोँ और रिश्तेदारोँ से इंटरनेट के माध्यम लाइव वीडियो कॉंफ्रेंसिंग कर सकते हैँ यह सब संभव हुआ है कंप्यूटर की वजह से। सोचिए अगर कंप्यूटर ना होता तो आज की दुनिया कैसी दिखाई देती।

कंप्यूटर शुरुआत कहाँ से हुई ओर क्यूँ हुई ? क्या वाकई मेँ कंप्यूटर इन सभी कामाें को करने के लिये बना था या इसका आविष्कार किसी और वजह से हुआ था आइए जानते हैँ -

मानव के लिए गणना करना शुरु से ही कठिन रहा है मनुष्य बिना किसी मशीन के एक सीमित स्तर तक ही गणना या केलकुलेशन कर सकता है ज्यादा बडी कैलकुलेशन करने के लिए मनुष्य को मशीन पर ही निर्भर रहना पड़ता है इसी जरुरत को पूरा करने के लिए मनुष्य ने कंप्यूटर का निर्माण किया, यानी गणना करने के लिए।

अबेकस

अबेकस पहला ऐसा कंप्यूटर था, जो गणना कर सकता था। अबेकस का निर्माण लगभग 3000 वर्ष पूर्व चीन के वैज्ञानिकोँ ने किया था। एक आयताकार फ्रेम में लोहे की छड़ोँ में लकडी की गोलियाँ लगी रहती थी जिनको ऊपर नीचे करके गणना या केलकुलेशन की जाती थी। यानी यह बिना बिजली के चलने वाला पहला कंप्यूटर था वास्तव मेँ यह काम करने के लिए आपके हाथो पर ही निर्भर था।

पास्‍कलाइन

अबेकस के बाद निर्माण हुआ पास्‍कलाइन का। इसे गणित के विशेषज्ञ ब्लेज पास्कल ने सन् 1642 मेँ बनाया यह अबेकस से अधिक गति से गणना करता था। ये पहला मैकेनिकल कैलकुलेटर था।

डिफरेंज इंजन

डिफरेंस इंजन सर चार्ल्स बैबेज द्वारा बनाया एेसा यंत्र था जो सटीक तरीके से गणनायें कर सकता था, इसका आविष्कार संस 1822 में किया गया था, इसमें प्रोग्राम स्टोरेज के लिए के पंच कार्ड का इस्‍तेमाल किया जाता था।

इसके आधार ही आज के कंप्यूटर बनाये जा रहे हैं इसलिए चार्ल्स बैवेज को कंप्यूटर का जनक कहते हैँ।



कम्प्यूटर की विशेषतायें 

कंप्यूटर के विशिष्ठ गुण (Specific Characteristics of Computer)

कंप्यूटर की अपनी कुछ मुख्य विशेषताएँ अथवा गुण होते हैं, जिनके कारण उसकी विशेष महत्ता है। कंप्यूटर के विशिष्ठ गुण अग्रलिखित हैं~

गति (Speed)~ कंप्यूटर अपने प्रत्येक कार्य को अत्यधिक तेज गति से करता है। यह पलक झपकते ही गुणा/ भाग या जोड़/ घटाने आदि से सम्बंधित लाखों संक्रियाएँ कर सकता है। एक आधुनिक कंप्यूटर यदि उचित प्रोग्राम द्वारा कार्य कर रहा हो तो वह लगभग तीस लाख संक्रियाएँ एक साथ कर सकता है। मनुष्य के लिए समय की सबसे छोटी इकाईयां; जैसे~ मिली-सेकंड, माइक्रो-सेकंड, नैनो-सेकंड तथा पिकोसेकेंड आदि का प्रयोग किया जा सकता है।



शुद्धता (Accuracy)~ कंप्यूटर अपने कार्य को बिना किसी त्रुटि के करता है।कंप्यूटर स्वयं कबि त्रुटि नही करता। यदि कहीं त्रुटि की आशनका रहती भी है तो वह हमारे द्वारा या तो डाटा डालते समय अथवा प्रोग्राम देते समय होती है। कंप्यूटर अपने कार्य को सदैव एक ही प्रकार से करता है। साधारणतः सभी कंप्यूटर 38 अंकों वाली संख्याओं से सम्बंधित किसी भी प्रकार की संक्रिया बिना किसी त्रुटि के क्र सकते हैं।


सार्वभौमिकता (Universality)~कंप्यूटर का आज सारी दुनिया में व्यापक रूप से प्रयोग किया जा रहा है। यह केवल जटिल गणितीय कार्यों के लिए ही नहीं, अपितु अनेक व्यवसायिक व अन्य कार्यों के लिए; जैसे~टेलीफ़ोन की लाइन जोड़कर संचार के माध्यम को विस्तृत करना, तरह-तरह के खेलों को डालकर मनोरंजन करना आदि के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इंटरनेट की सुविधा ने तो दुनिया को समेटकर और भी छोटा कर दिया है।



स्वचालन (Automation)~ कंप्यूटर अपने कार्य लगभग स्वचालित रूप में ही करता है। इसका अभिप्राय यह है कि कंप्यूटर से कार्य कराने के लिए हमे कुछ निर्देश मात्र देने की ही आवश्यक्ता होती है। आगे की कार्यविधि का संचालन एवं परिणाम का निर्धारण वह स्वयं करता है।


सछमता (Capacity)~ कंप्यूटर बिना थके तथा ऊबे हुए उपयुक्त वातावरण मिलने पर 24 घण्टे और 365 दिन लगातार कार्य कर सकता है।



संग्रहण छमता (Storage Capacity)~ कंप्यूटर की संग्रहण छमता भी बहुत अधिक होती है। एक समय में ही यह अत्यधुनिक सूचनाओं का संग्रहण कर सकता है। कंप्यूटर में डाटा को संग्रहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के डिवाइसेज; जैसे~हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, सी०डी० आदि का प्रयोग किया जाता है। कंप्यूटर की संग्रहण छमता को नापने के लिए अनेक मानक इकाइयों का प्रयोग किया जाता है।



कम्प्यूटर की सीमाएं


बुद्धिमता की कमी (Lack of Intelligence) -

कम्प्यूटर एक मशीन है । उसमें मनुष्‍‍‍य के समान बुद्धिमता (Intelligence) नहीं है यह केवल यूजर द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करता हैं, किसी भी स्थिति में कंप्‍यूटर न तो दिये गये निर्देशों से कम काम करता है



सामान्य बोध की कमी (Lack of Common Scene)
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यह भी जानना जरूरी है कि कंप्‍यूटर कभी कोई गलती नहीं करता है, लेकिन अगर यूजर उससे गलत काम लेता है तो उसे इसका सामान्य बोध यानि Common Scene नहीं हाेता है अगर आपने कंप्‍यूटर को बताया नहीं है "सीमा एक लडकी है" तो वह उसे by default लडका ही मानेगा, उसे नाम में फर्क करना नहीं आता है, Computer एक बुद्धिमान मशीन नहीं है यह सही या गलत कि पहचान नहीं कर पाती है|



विद्युत पर निर्भरता (Dependence on electricity) -
कंप्‍यूटर को काम करने के लिये विद्युत ( electricity) की आवश्‍यकता होती है बिना विद्युत ( electricity) केे कंप्‍यूटर एक धातु के डब्‍बे से ज्‍यादा और कुुछ नहीं है


अपग्रेड और अपडेट (Upgrade and Update) -
कम्प्यूटर एक ऐसी मशीन है जिसे समय समय पर अपग्रेड और अपडेट (Upgrade and Update) करना होता है यदि ऐसा नहीं किया तो कंप्‍यूटर ठीक प्रकार से कार्य नहीं कर पाता है



वायरस से खतरा (Virus threat) -
कंप्‍यूटर को हमेशा वायरस का खतरा बना रहता है, एक बार वायरस आने पर यह कंप्‍यूटर ऑपरेटिंग सिस्‍टम के साथ उसमें सुरक्षित फाइलों को भी नुकसान पहॅुचा सकता है


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