Thursday, January 17, 2019

उपसर्ग

उपसर्ग - उपसर्ग , उप + सर्ग से मिलकर बना है जिसमे उप का अर्थ समीप तथा सर्ग का अर्थ है सृष्टि करना।

अर्थात वह शब्द जो किसी शब्द के समीप आकर नया शब्द बना देता है , उपसर्ग होता है ।

वह शब्द जो किसी शब्द के आगे लग कर उस शब्द में विशेषता ला देता है अथवा उसके अर्थ में परिवर्तन कर देता है , उपसर्ग होता है।


हिंदी के उपसर्गो को निम्न भागो में बांटा गया है।

1. संस्कृत के उपसर्ग ( संख्या 22 )

2. हिन्दी के उपसर्ग  ( संख्या 13 )

3. उर्दू और फ़ारसी के उपसर्ग ( संख्या 19 )

4. अंग्रेजी के उपसर्ग

5.उपसर्ग के समान प्रयोग होने वाले संस्कृत के अवयय



संस्कृत के उपसर्ग -

उपसर्ग          अर्थ             शब्द

अति   - अधिक/परे   - अत्यन्त, अतीव, अतीन्द्रिय, अत्यधिक, अत्युत्तम।


अधि  - मुख्य/श्रेष्ठ-    अधिकृत, अध्यक्ष, अधीक्षण, अध्यादेश, अधीन, अध्ययन, अध्यापक।


अनु  -   पीछे/ समान  -  अनुज, अनुरूप, अन्वय, अन्वीक्षण, अनूदित, अन्वेक्षण, अनुच्छेद।

अप  -  विपरीत/बुरा   - अपव्यय, अपकर्ष, अपशकुन, अपेक्षा।


अभि  -  पास/सामने  -   अभिभूत, अभ्युदय, अभ्यन्तर, अभ्यास, अभीप्सा, अभीष्ट।

अव    -  बुरा/ हीन      - अवज्ञा,अवतार, अवकाश, अवशेष।


आ  -     तक/से      -    आघात, आगार, आगम, आमोद, आतप


उत्     - ऊपर/ श्रेष्ठ -    उज्जवल, उदय, उत्तम, उद्धार, उच्छ्वास, उल्लेख।


उप    -  समीप     -    उपवन, उपेक्षा, उपाधि, उपहार, उपाध्यक्ष।


दुर्  -     बुरा/ कठिन -   दुरूह, दुर्गुण, दुरवस्था, दुराशा, दुर्दशा।


दुस्   -  बुरा/ कठिन  -  दुष्कर, दुस्साध्य, दुस्साहस, दुश्शासन।


नि    -    बिना/विशेष  -  न्यून, न्याय, न्यास, निकर, निषेध, निषिद्ध।


निर्   -   बिना/बाहर -    निरामिष, निरवलम्ब, निर्धन, नीरोग, नीरस, नीरीह।


निस् -     बिना/बाहर -    निश्छल, निष्काम, निष्फल,निस्सन्देह।


प्र   -     आगे/अधिक -   प्रयत्न, प्रारम्भ, प्रोज्जवल, प्रेत, प्राचार्य,प्रार्थी।


परा     - पीछे/अधिक  -  पराक्रम, पराविद्या, परावर्तन,पराकाष्ठा।


परि   -   चारों ओर     - पर्याप्त, पर्यटन, पर्यन्त, परिमाण, परिच्छेद,पर्यावरण।


प्रति  -    प्रत्येक      -    प्रत्येक, प्रतीक्षा, प्रत्युत्तर, प्रत्याशा, प्रतीति।


वि   -    विशेष/भिन्न -    विलय, व्यर्थ, व्यवहार, व्यायाम,व्यंजन,व्याधि,व्यसन,व्यूह।


सु     -  अच्छा/सरल  -  सुगन्ध, स्वागत, स्वल्प, सूक्ति, सुलभ।


सम्    -  पूर्ण शुद्ध    -   संकल्प, संशय, संयोग, संलग्न, सन्तोष।


अन्   -  नहीं/बुरा   -     अनुपम, अनन्य, अनीह, अनागत, अनुचित, अनुपयोगी।






हिन्दी के उपसर्ग - 

 अ - मूल शब्द का विलोम - अज्ञान, अथाह, अलौकिक

  1. अन - के बिना  -अनजान, अनचाहा, अनमना, अनमोल

  1. अध - आधा - अधपका, अधजला

  1. औ/अव - बुरा - औसत, अवगुण

  1.  सु/स - अच्छा - सुस्वाद, सजल, सपूत

  1. कु/क  - बुरा - कुरूप, कपूत

  1. उन - एक कम - उन्नीस, उनन्चास

  1. बिन  - के बिना - बिनदेखा

  1. नि  - का अभाव होना - निरोगी, निडर

  1. भर  - खूब, बहुत, पूरा - भरपूर, भरपेट


 दु  -  कम , बुरा -   दुबला , दुलारा 





उर्दू अरबी फ़ारसी के उपसर्ग

ला  -बिनालाचार, लाजवाब, लापरवाह, लापता इत्यादि।
बदबुराबदसूरत, बदनाम, बददिमाग, बदमाश, बदकिस्मत इत्यादि।
बेबिनाबेकाम, बेअसर, बेरहम, बेईमान, बेरहम इत्यादि।
कमथोड़ा, हीनकमसिन, कामखयाल, कमज़ोर, कमदिमाग, कमजात, इत्यादि।
ग़ैरके बिना, निषेधगैरकानूनी, गैरजरूरी, ग़ैर हाज़िर, गैर सरकारी, इत्यादि।
खुशश्रेष्ठता के अर्थ मेंखुशनुमा, खुशगवार, खुशमिज़ाज, खुशबू, खुशदिल, खुशहाल इत्यादि।
नाअभावनाराज, नालायक, नादनामुमकिन, नादान, नापसन्द, नादान इत्यादि।
अलनिश्र्चितअलबत्ता, अलगरज आदि।
बरऊपर, पर, बाहरबरखास्त, बरदाश्त, बरवक्त इत्यादि।
बिलके साथबिलआखिर, बिलकुल, बिलवजह
हमबराबर, समानहमउम्र, हमदर्दी, हमपेशा इत्यादि।
दरमेंदरअसल, दरहक़ीक़त
फिल/फीमें प्रतिफिलहाल, फीआदमी
और, अनुसारबनाम, बदौलत, बदस्तूर, बगैर
बासहितबाकायदा, बाइज्जत, बाअदब, बामौक़ा
सरमुख्यसरताज, सरदार, सरपंच, सरकार
बिलाबिनाबिलावजह, बिलाशक
हरप्रत्येकहरदिन हरसाल हरएक हरबार


अंग्रेजी के उपसर्ग -

उपसर्गअर्थउपसर्ग से बने शब्द
सबअधीन, नीचेसब-जज, सब-कमेटी, सब-इंस्पेक्टर
डिप्टीसहायकडिप्टी-कलेक्टर, डिप्टी-रजिस्ट्रार, डिप्टी-मिनिस्टर
वाइससहायकवाइसराय, वाइस-चांसलर, वाइस-पप्रेसीडेंट
जनरलप्रधानजनरल मैनेजर, जनरल सेक्रेटरी
चीफप्रमुखचीफ-मिनिस्टर, चीफ-इंजीनियर, चीफ-सेक्रेटरी
हेडमुख्यहेडमास्टर, हेड क्लर्क


उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय -
उपसर्गअर्थउपसर्ग से बने शब्द
अधःनीचेअधःपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधोलिखित
अंतःभीतरीअंतःकरण, अंतःपुर, अंतर्मन, अंतर्देशीय
अभावअशोक, अकाल, अनीति
चिरबहुत देरचिरंजीवी, चिरकुमार, चिरकाल, चिरायु
पुनरफिरपुनर्जन्म, पुनर्लेखन, पुनर्जीवन
बहिरबाहरबहिर्गमन, बहिर्जगत
सतसच्चासज्जन, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य
पुरापुरातनपुरातत्व, पुरावृत्त
समसमानसमकालीन, समदर्शी, समकोण, समकालिक
सहसाथसहकार, सहपाठी, सहयोगी, सहचर


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