कंकाल रचना (skeletal structure)
यह शरीर को दृढ़ आकर प्रदान करता है।
कंकाल रचना के आधर पर दो प्रकार का होता है।
1.बाह्य कंकाल (exoskeleton)
त्वचा के बाहरी सतह पर स्थित रचनायें
2.अन्तः कंकाल ( endoskeleton)
त्वचा से भीतर फैली हुई रचना।
मनुष्य का कंकाल तन्त्र ( Human skeletal system )
1. बाह्य कंकाल - इसके अंतर्गत बाल रूम और नाखून शामिल है
2.अंतः कंकाल- शरीर के भीतर का अस्थि पंजर जो वयस्क मनुष्य में 206 तथा शिशुओं में 213 पृथक हड्डियों द्वारा निर्मित होता है ।
मनुष्य का कंकाल दो भागों में वर्गीकृत किया गया है-
1. अक्षीय कंकाल
2. उपांगीय कंकाल
1.अक्षीय कंकाल- मुख्य अक्ष बनाने वाले कंकाल के अंतर्गत खोपड़ी , कशेरुकी दण्ड, तथा छाती की अस्थियां होती हैं।
वयस्क मनुष्य में 80 तथा शिशुओं में 87 हड्डियां होती हैं-
कपाल - 8
चेहरे - 14
कर्ण अस्थियां - 6
हाईओइड - 1
कशेरुका - 26 ( शिशु में 33 )
उरोस्थि - 1
पसलियां - 24
खोपड़ी या करोटि ( skull)
खोपड़ी या करोटि में कुल 28 अस्थियां होती हैं। जिसमें 8 अस्थियों का प्रयोग संयुक्त रूप से मस्तिष्क की सुरक्षा के लिए खोल बनाने अर्थात कपाल के निर्माण में होता है तथा 14 हड्डियों का प्रयोग चेहरे का कंकाल बनाने में होता है तथा शेष 6 के द्वारा कर्ण अस्थि का निर्माण होता है।
यह सभी सिवानो द्वारा एक दूसरे से दृढ़ता से जुड़ी हुई होती है।
कशेरुकी दण्ड ( vertebral column or back bone )
कशेरुक दंड को मेरुदंड अथवा रीड की हड्डी के नाम से भी जाना जाता है इसका विस्तार पीठ के मध्य रेखा में , सिर से धड़ के निचली छोर तक होता है ।
कशेरुक दंड में रीड की हड्डीया सुरक्षित रहती है।
कशेरुकी दंड का निर्माण 26 छोटी-छोटी हड्डियों द्वारा होता है ( शिशुओ में 33 )।
पहला कशेरुक - एटलस
कशेरुक दंड के कार्य-
सिर को सीधा रखना ।
गर्दन तथा धन को आधार प्रदान करना ।
खड़े होने , चलने आदि मदद करना ।
गर्दन तथा धड़ को लचक प्रदान करना ।
किसी भी दिशा में गर्दन और धड को मोड़ने में मदद करना ।मेरुरज्जु को सुरक्षा प्रदान करना।
2. उपांगीय कंकाल ( appendicular skeleton)
हाथ व पैर तथा इनको धड़ से जोड़ने वाली में मेखलाये उपांगीय कंकाल के अंतर्गत आती हैं । इन में कुल 126 हड्डियां होती हैं , जिनमें से-
ऊपरी अर्थात उच्च अग्रांग में
असममेखलाये 4
हाथ - 60
निम्न अग्रांग -
श्रोणिमेखलाये - 2
टांग - 60
दोनों हाथ पैर मिलाकर कुल 120 अस्थियां।
मेखलाये-
मनुष्य में अग्रपाद तथा पश्चपाद को अक्षीय कंकाल पर साधने के लिए दो चाप होते हैं ।
अग्र पाद की मेखला को अंश मेखला तथा पश्चपाद की मेखला को श्रेणी मेखला कहा जाता है।
अंस मेखला से अग्र पाद की अस्थि ह्यूमरस से जुड़ी होती है तथा श्रेणी मेंखला से पश्चपाद की अस्थि फीमर जुड़ी होती है।
कंकाल तंत्र का कार्य -
शरीर को निश्चित आकार प्रदान करना ।
कोमल अंगों की सुरक्षा करना ।
पेशियों को जोड़ने का आधार प्रदान करना ।
स्वसन व पोषण में सहायता करना ।
आरबीसी का निर्माण करना।
अन्य -
हड्डियां कंकरीट जैसी मजबूत तथा ग्रेनाइट जैसी कठोर होती है लेकिन दोनों पदार्थों की अपेक्षा या हल्की होती है ।
हड्डियों के निर्माण में सर्वाधिक 85% भाग फास्फोरस का होता है ।
मनुष्य के शरीर में 206 हड्डियां होती हैं शरीर की सबसे छोटी हड्डी कर्ण अस्थि स्टीपस होती है ।
शरीर का सबसे बड़ी हड्डी जांघ की हड्डी फीमर होती है।
शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि यकृत होती है ।
मनुष्य के शरीर में लगभग 650 मांसपेशियां होती हैं ।
ग्लूटस मैक्सिमस शरीर की सबसे बड़ी मांसपेशी है ।
छोटी आत लगभग 7 मीटर लंबी होती है तथा उसका व्यास ढाई सेंटीमीटर होता है ।
वयस्क मनुष्य के मस्तिष्क का वजन 1400 ग्राम होता है ।मनुष्य के शरीर पर लगभग 50 लाख बाल होते हैं सिर के बालों की संख्या लगभग एक लाख है।
यह शरीर को दृढ़ आकर प्रदान करता है।
कंकाल रचना के आधर पर दो प्रकार का होता है।
1.बाह्य कंकाल (exoskeleton)
त्वचा के बाहरी सतह पर स्थित रचनायें
2.अन्तः कंकाल ( endoskeleton)
त्वचा से भीतर फैली हुई रचना।
मनुष्य का कंकाल तन्त्र ( Human skeletal system )
1. बाह्य कंकाल - इसके अंतर्गत बाल रूम और नाखून शामिल है
2.अंतः कंकाल- शरीर के भीतर का अस्थि पंजर जो वयस्क मनुष्य में 206 तथा शिशुओं में 213 पृथक हड्डियों द्वारा निर्मित होता है ।
मनुष्य का कंकाल दो भागों में वर्गीकृत किया गया है-
1. अक्षीय कंकाल
2. उपांगीय कंकाल
1.अक्षीय कंकाल- मुख्य अक्ष बनाने वाले कंकाल के अंतर्गत खोपड़ी , कशेरुकी दण्ड, तथा छाती की अस्थियां होती हैं।
वयस्क मनुष्य में 80 तथा शिशुओं में 87 हड्डियां होती हैं-
कपाल - 8
चेहरे - 14
कर्ण अस्थियां - 6
हाईओइड - 1
कशेरुका - 26 ( शिशु में 33 )
उरोस्थि - 1
पसलियां - 24
खोपड़ी या करोटि ( skull)
खोपड़ी या करोटि में कुल 28 अस्थियां होती हैं। जिसमें 8 अस्थियों का प्रयोग संयुक्त रूप से मस्तिष्क की सुरक्षा के लिए खोल बनाने अर्थात कपाल के निर्माण में होता है तथा 14 हड्डियों का प्रयोग चेहरे का कंकाल बनाने में होता है तथा शेष 6 के द्वारा कर्ण अस्थि का निर्माण होता है।
यह सभी सिवानो द्वारा एक दूसरे से दृढ़ता से जुड़ी हुई होती है।
कशेरुकी दण्ड ( vertebral column or back bone )
कशेरुक दंड को मेरुदंड अथवा रीड की हड्डी के नाम से भी जाना जाता है इसका विस्तार पीठ के मध्य रेखा में , सिर से धड़ के निचली छोर तक होता है ।
कशेरुक दंड में रीड की हड्डीया सुरक्षित रहती है।
कशेरुकी दंड का निर्माण 26 छोटी-छोटी हड्डियों द्वारा होता है ( शिशुओ में 33 )।
पहला कशेरुक - एटलस
कशेरुक दंड के कार्य-
सिर को सीधा रखना ।
गर्दन तथा धन को आधार प्रदान करना ।
खड़े होने , चलने आदि मदद करना ।
गर्दन तथा धड़ को लचक प्रदान करना ।
किसी भी दिशा में गर्दन और धड को मोड़ने में मदद करना ।मेरुरज्जु को सुरक्षा प्रदान करना।
2. उपांगीय कंकाल ( appendicular skeleton)
हाथ व पैर तथा इनको धड़ से जोड़ने वाली में मेखलाये उपांगीय कंकाल के अंतर्गत आती हैं । इन में कुल 126 हड्डियां होती हैं , जिनमें से-
ऊपरी अर्थात उच्च अग्रांग में
असममेखलाये 4
हाथ - 60
निम्न अग्रांग -
श्रोणिमेखलाये - 2
टांग - 60
दोनों हाथ पैर मिलाकर कुल 120 अस्थियां।
मेखलाये-
मनुष्य में अग्रपाद तथा पश्चपाद को अक्षीय कंकाल पर साधने के लिए दो चाप होते हैं ।
अग्र पाद की मेखला को अंश मेखला तथा पश्चपाद की मेखला को श्रेणी मेखला कहा जाता है।
अंस मेखला से अग्र पाद की अस्थि ह्यूमरस से जुड़ी होती है तथा श्रेणी मेंखला से पश्चपाद की अस्थि फीमर जुड़ी होती है।
कंकाल तंत्र का कार्य -
शरीर को निश्चित आकार प्रदान करना ।
कोमल अंगों की सुरक्षा करना ।
पेशियों को जोड़ने का आधार प्रदान करना ।
स्वसन व पोषण में सहायता करना ।
आरबीसी का निर्माण करना।
अन्य -
हड्डियां कंकरीट जैसी मजबूत तथा ग्रेनाइट जैसी कठोर होती है लेकिन दोनों पदार्थों की अपेक्षा या हल्की होती है ।
हड्डियों के निर्माण में सर्वाधिक 85% भाग फास्फोरस का होता है ।
मनुष्य के शरीर में 206 हड्डियां होती हैं शरीर की सबसे छोटी हड्डी कर्ण अस्थि स्टीपस होती है ।
शरीर का सबसे बड़ी हड्डी जांघ की हड्डी फीमर होती है।
शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि यकृत होती है ।
मनुष्य के शरीर में लगभग 650 मांसपेशियां होती हैं ।
ग्लूटस मैक्सिमस शरीर की सबसे बड़ी मांसपेशी है ।
छोटी आत लगभग 7 मीटर लंबी होती है तथा उसका व्यास ढाई सेंटीमीटर होता है ।
वयस्क मनुष्य के मस्तिष्क का वजन 1400 ग्राम होता है ।मनुष्य के शरीर पर लगभग 50 लाख बाल होते हैं सिर के बालों की संख्या लगभग एक लाख है।
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